प्रतिशोध पिता से – लतिका श्रीवास्तव   : Moral Stories in Hindi

Post View 820 गणपति बप्पा मोरिया….बप्पा को अपने हाथों में अपने कंधों में उठाए स्थापना के लिए घर ले जाते उत्साही भक्तों की बुलंद आवाजे आसमान छू रही थीं पटाखों की तेज आवाजें कान के पर्दे फाड़े दे रहीं थीं उमड़ता हुआ जनसमुदाय विशाल सड़कों को संकरी किए दे रहा था…। लेकिन कैब में बैठे … Continue reading प्रतिशोध पिता से – लतिका श्रीवास्तव   : Moral Stories in Hindi