“पिंजरा”- कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

Post View 8,195 विनीता के कानों में विदाई के समय, पिता के द्वारा दी गई नसीहत अभी भी गूंज रही थी…”आज से ससुराल ही तेरा असली घर है, हंसी खुशी आएगी तो पीहर के द्वार सदा खुले पाएगी लेकिन ससुराल से कोई शिकायत आई तो इस घर के दरवाज़े अपने लिए सदा के लिए बंद … Continue reading “पिंजरा”- कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi