पिंजरे की मैना ! – रमेश चंद्र शर्मा

Post Views: 7 ” तुम्हें हमारी परंपरा रीति रिवाज का थोड़ा भी ज्ञान नहीं है। शर्म करो अपने हाथों से बेटी का कन्यादान करना चाहती हो। हमारा समाज और रिश्तेदार क्या कहेंगे”?  विधवा रजनी को उसके जेठ महेश डांटते हुए बोले। महेश चाहते थे बेटी का कन्यादान उनके हाथों से हो ।महेश की पत्नी 3 … Continue reading पिंजरे की मैना ! – रमेश चंद्र शर्मा