फूल चुभे कांटे बन – भाग 9 – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4   मधु रसोई से निकलकर अपने कमरे की ओर चल पड़ी वह मुस्कुराते हुए कमरे में जैसे दाखिल हुई उसने देखा सुरेश निशा का हाथ पकड़कर अपनी तरफ़ खींच रहे थे मधु को देखकर दोनों सकपका गए तभी निशा ने हंसते हुए कहा ” देखिए ना दीदी जीजाजी मेरा हाथ छोड़ ही नहीं … Continue reading फूल चुभे कांटे बन – भाग 9 – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi