फूल चुभे कांटे बन – भाग 17 अंतिम भाग – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Post Views: 3   मधु जब बाहर आई तो उसकी आंखें लाल थीं जैसे वह बहुत रोई हो मधु का मुरझाया चेहरा देखकर दुलारी अम्मा ने कहा “आज फिर तुम अपनी पुरानी बात याद करन लगी हो अब पिछली बात का याद करके का फ़ायदा होगा बिटिया सब भुल जाओ हमै देख लो कलेजे में कितनी … Continue reading फूल चुभे कांटे बन – भाग 17 अंतिम भाग – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi