फूल चुभे कांटे बन – भाग 15 – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4   मधु निशा के कमरे के बाहर खड़ी थी एक बार उसके मन में आया छुप कर किसी की बात सुनना अच्छी बात नहीं मुझे यहां से जाना चाहिए तभी उसे सुरेश की गर्व से भरी हुई आवाज सुनाई दी ” मैंने तुमसे कहा था ना निशू की मधु को बेवकूफ बनना बहुत … Continue reading फूल चुभे कांटे बन – भाग 15 – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi