Post View 280 नीति की शादी को दस वर्ष हो गये थे आज। हर वर्ष वही याद दिलाती थी विनय को, दिन भर इंतज़ार करने के बाद ” कि आज हमारी शादी की वर्षगांठ है ” विनय को कभी याद नहीं रहता था। नीति ने भी आज चुप रहने का विचार बना लिया था। लेकिन … Continue reading पहेली” – मधु शुक्ला
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