Post View 285 राधा को कुछ जरूरी काम से दिल्ली जाना पड़ा। ट्रेन में बहुत भीड़ थी रिजर्वेशन का कोई मतलब नही समझ आ रहा था,लखनऊ से चढ़ने वाले धक्का मुक्की भी कर रहे थे। अचानक लगा पीछे से किसी ने सूटकेस राधा के पैर पर रख दिया। वो जोर से चिल्ला पड़ी,”अंधे हो क्या, … Continue reading पहचान – भगवती सक्सेना गौड़
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