पीठा – रामजी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Post Views: 6 जेठ में सिर्फ दो दिन बचे हैं और इन्हीं में से किसी एक दिन पीठा चढ़ाना है। कल या परसो। सुंदरी देवी परेशान हैं। सोचती हैं, अपने पति की बात को पहले ही ठुकरा दिया होता तो अच्छा होता। लेकिन वो उनके झाँसे में आ गई। यह बात तो वैसाख महीने में … Continue reading पीठा – रामजी तिवारी : Moral Stories in Hindi