पता नहीं कैसे – गुरविंदर टूटेजा

Post View 1,126 आज सुधा बहुत खुश थी अपने इकलौते बेटे के लिए  तन्वी जैसी बहू पाकर बहुत समझदार व संस्कारी थी उसे विश्वास था कि वो उसे अपने प्यार से संभाल लेगी…!!!!    अरे चाची क्या सोचने लगी जल्दी से आरती उतारिए व बहू का गृहप्रवेश कराईये…हाँ कहकर उसने आरती उतारी और उसे बड़े प्यार … Continue reading पता नहीं कैसे – गुरविंदर टूटेजा