पसंद नापसंद की – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

Post Views: 32 रीना ओ रीना बड़ी अच्छी खुशबू आ रही हैं तेरे घर से ,कयाआज फिर तू मठरियां बनाने बैठ गई,येआबाज रीना की सहेली रेखा की थी।कया करू रेखा आज आफिस जाते समय इनकी फरमाइश थी कि जब शाम को घर लौटूं तो चाय के साथ गरमागरम मठरिया बना घर रखना।बस भाईसाहब ने कहा … Continue reading पसंद नापसंद की – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi