परवरिश – रीटा मक्कड़

Post View 786 अनिता का मन आज सुबह से बहुत ज्यादा उदास था।सुबह से बिटिया की बहुत ज्यादा याद आ रही थी। जब भी उसकी पसंद का कुछ बनता या उसका कोई सामान देखती तो उसकी आंखें बरबस ही छलक जाती।  आज उसकी शादी को एक महीना हो गया था। दोपहर बारह बजे का समय … Continue reading परवरिश – रीटा मक्कड़