परिचित – सुनीता परसाई : Moral stories in hindi

Post View 33,855 सुबह का नजारा बड़ा लुभावना था।शुभी को लग रहा था, जैसे आकाश एकदम स्वच्छ है। सूरज का रूप आज ज्यादा सुनहरा हो गया है। कल ही समीर से मुलाकात हुई थी। समीर ने अस्पताल के दरवाजे पर मिलने पर हाथ जोड़कर “नमस्ते” कहा,शुभि ने जवाब नहीं दिया आगे बढ़ने लगी, समीर की … Continue reading परिचित – सुनीता परसाई : Moral stories in hindi