Post View 296 रीता भाभी, नमिता भाभी , और भी बहुत सी कॉलोनी की भाभियाँ व मैं अनु….हम सब सामने के गार्डन में बैठे शाम को बात कर रहे थे….तो बातों बातों में हमने सोचा कि मिलकर कही चलते है…???? किसी ने कहा पिकनिक…किसी ने कहा मूवी….तो मैंने कहा कि क्यूँ ना हम सब मनोविकास … Continue reading परिभाषा – गुरविन्दर टूटेजा
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