पराये हुए अपने – कमलेश राणा

Post View 691 वो शाम बहुत अजीब सी बेचैनी से भरी थी। कोई किसी से न बात कर रहा था, न ही नजरें मिला रहा था या यूँ कहें कि बात करने के लिए कुछ था ही नहीं। वैशाली की रिपोर्ट का सभी व्यग्र हो कर इंतज़ार कर रहे थे।  कुछ दिनों से वैशाली को … Continue reading पराये हुए अपने – कमलेश राणा