परंपराएं कुछ कहती हैं – कमलेश राणा

Post View 794 नीशू बेटा एक बार और जाकर देख तो आ बेटा कुसमा ताई की गाय ने गोबर किया या नहीं।  सुबह से दो बार हो आया कभी कोई ले जाता है कभी कोई गोया कि गोबर न हुआ अशर्फी हो गई। पड़ोस की सुषमा दादी और पार्वती दादी भी तो वहीं डेरा डाले … Continue reading परंपराएं कुछ कहती हैं – कमलेश राणा