*पंखहीन परी* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 16,346     देखो बेटी,तुम इस घर की बडी बहू हो,इसलिये तुम्हे अपने मायके के बचपने को छोड़ना होगा।तुम्हारी ननद, तुम्हारे होने वाली देवरानी सब तुम्हे ही देख कर आचार विचार रखेंगे।     जी-माँ जी।       रीता की रितेश से शादी अभी दो माह ही पूर्व हुई थी।रितेश अपने घर मे अपने भाई व बहन से बड़ा … Continue reading *पंखहीन परी* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi