पल पल दिल के पास – जयसिंह भारद्वाज

Post Views: 7 कल्पना काल्पनिक लोक में उड़ रही थी। शीघ्र ही वह कानपुर जैसे महानगर से दिल्ली जैसे मेट्रो सिटी के लिए उड़ने वाली थी क्योंकि उसके पापा ने उसकी शादी दिल्ली स्थिति एक कम्पनी के युवा इंजीनियर से तय कर दी थी। पारिजात घर का इकलौता बच्चा था। उसके पिताजी भी नहीं थे … Continue reading पल पल दिल के पास – जयसिंह भारद्वाज