पैसे का गुरुर – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4   शाम का अंधेरा घिरते ही आरती जल्दी जल्दी पग बढ़ाने लगी। आज चाची मुझे कच्चा खा जायेगी…उसका हृदय कांप उठा।    उसे देखते ही चाची की जहर बुझी डांट सुनाई दी  ” कहां रह गई थी करमजली… एक दिन हमारे मुंह में कालिख पोत कर रहेगी।”  आरती अपनी सफाई में कुछ कह पाती … Continue reading पैसे का गुरुर – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi