पैसे का गुरुर – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 1,900   शाम का अंधेरा घिरते ही आरती जल्दी जल्दी पग बढ़ाने लगी। आज चाची मुझे कच्चा खा जायेगी…उसका हृदय कांप उठा।    उसे देखते ही चाची की जहर बुझी डांट सुनाई दी  ” कहां रह गई थी करमजली… एक दिन हमारे मुंह में कालिख पोत कर रहेगी।”  आरती अपनी सफाई में कुछ कह पाती … Continue reading पैसे का गुरुर – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi