पैसे का गरूर – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4 बो तुमसे नही हमारी दौलत से प्यार करता है उसकी औकात हमारे घर का नौकर बनने की नही और तू उसे मेरा दामाद बनाना चाहती हो? वो एक मामूली सा केशियर जो पूरा दिन लोगों के नोट गिन गिनकर बैंक की तिजोरी में डालता है शाम को पांच सौ रुपये कम हो … Continue reading पैसे का गरूर – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi