पहाड़ों में कैद रूह – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi
Post Views: 7 ये जीवन भी अजब दास्तां है। कब क्या किसके साथ हो जाये क्या पता। साथ चलता साथी कब फिसल कर दूर हो जाये कुछ कहा नहीं जा सकता । ये जीवन भी एक पहाड़ की तरह है ,जिस पर चढ़ कर शिखर तक पहुंचना ही जीवन का उद्देश्य लगता है। सभी इसी … Continue reading पहाड़ों में कैद रूह – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi
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