पहाड़ों में कैद रूह – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi
Post View 2,162 ये जीवन भी अजब दास्तां है। कब क्या किसके साथ हो जाये क्या पता। साथ चलता साथी कब फिसल कर दूर हो जाये कुछ कहा नहीं जा सकता । ये जीवन भी एक पहाड़ की तरह है ,जिस पर चढ़ कर शिखर तक पहुंचना ही जीवन का उद्देश्य लगता है। सभी इसी … Continue reading पहाड़ों में कैद रूह – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi
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