पछतावे के आंसू – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Post View 1,562 दुलारी काकी हमारे यहां नई शादी करके आई थी उसी समय से काम कर रही है…होश संभाला तभी से दुलारी काकी को दो बेटियों शीला और सरला के साथ देखा है.. दस साल की शीला और सात साल की सरला स्कूल से आते हीं हमारे यहां पहुंच जाती… भूखी प्यासी… दादी उनके … Continue reading पछतावे के आंसू – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi