पछतावे के आंसू – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi

Post View 1,377 प्रणव जी रिटायर्ड प्रिंसिपल एवं कावेरी जी भूगोल की प्रोफेसर थी। अपने इकलौते पुत्र रुद्र की नौकरी लगने के बाद रुद्र के विवाह के सपने सजाने लगी। उन्हें एक बेटी की बहुत चाहत थी लेकिन वह मंशा पूरी न हो सकी।  सोचा बेटे के विवाह के उपरान्त बेटी की इच्छा भी पूरी … Continue reading पछतावे के आंसू – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi