पछतावे के आँसू.. – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

Post View 494 रामू की आँखों से नींद कोसों दूर थी ,मन ही मन बहुत पछता रहा था कि काश उसने अपनी माँ की बात मानी होती यह सोच-सोच कर रोज ही रोता रहता । औरपुरानी बातें याद करने लगता ।एक छोटे से गाँव में रामू नाम का लड़का रहता था ।वह एक गरीब क़िसान … Continue reading पछतावे के आँसू.. – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi