पछतावा – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Post View 1,061 गंगा शांत बह रही थी | वातावरण शांत, सुखद और मनमोहक था | एक नाव गंगा की लहरों पर मंद गति से तैर रही थी | नाव पर सेठ मनोहरलाल बैठे थे | सामने अपनी पत्नी  उमा की एक बहुत सुंदर तस्वीर रखे थे | तस्वीर पर एक बहुत खूबसूरत हार चढा … Continue reading पछतावा – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi