पछतावा ( लिव इन रिलेशन )  –  संगीता अग्रवाल

Post Views: 7 ” नियति ये क्या तुम अपना सामान क्यो बांध रही हो …कहीं जा रही हो क्या ?” अर्पिता जैसे ही ऑफिस से वापिस लौटी अपने साथ पीजी का कमरा शेयर करने वाली नियति को सामान बांधते देख बोली। ” अर्पिता आ गई तुम मैं तुम्हारा ही इंतज़ार कर रही थी …मैं रोहान … Continue reading पछतावा ( लिव इन रिलेशन )  –  संगीता अग्रवाल