नीयति का खेल – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4     अबोध तीन वर्षीय अनिकेत समझ ही नही पा रहा था,कि उसके साथ ये क्यों हो रहा है?पापा बोले थे कि अन्नू देख ये तेरी नयी मम्मी।मम्मी शब्द सुन अन्नू चौंका, उसे लगा मम्मी आ गयी,पर ये तो कोई और है,इसीलिये उसमें कोई उत्साह नही हुआ।पापा ने अन्नू को फिर समझाया, बेटा पहले … Continue reading नीयति का खेल – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi