*नीयत* –  मुकुन्द लाल

Post View 345  ‘राम नाम सत्य है’ कहता हुआ कंँधों पर अर्थी उठाये कुछ लोगों का झुंड अचानक श्मशान घाट जाने वाले मार्ग पर न जाकर उस बाजार के एक व्यवसायी की दुकान के पास ठहर गया तो दुकानदारों को हैरत का ठिकाना नहीं रहा।  लोग इस अजीब कारनामों को देखने के लिए वहांँ पर … Continue reading *नीयत* –  मुकुन्द लाल