नीयत खोटी तो इज़्जत कैसी! – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 153    ” खाना रखा है…ठूँस लो…।” टेबल पर थाली पटकती हुई शारदा बोली तो उसके जेठ धीरे-से बोले,” शारदा..मैं तुम्हारे पति का बड़ा भाई हूँ..इतना तो लिहाज़ करो…।”    ” जानती हूँ लेकिन लिहाज़ करने वाला कर्म किये होते तो ज़रूर आपको सिर पर बिठाती मगर आप तो…।” आँखें तरेरती हुई शारदा ने बिस्तर … Continue reading नीयत खोटी तो इज़्जत कैसी! – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi