निर्णय तो लेना ही पड़ेगा ,कब तक आत्मसम्मान खोकर जियोगी – आरती द्विवेदी : Moral Stories in Hindi
Post View 7,928 आकाश की ओर बिखरे बादलों के पीछे सूरज धीरे-धीरे डूब रहा था। कमरे की खिड़की से यह दृश्य साफ़ दिखाई दे रहा था, मगर समिधा के मन में कहीं एक अंधकार गहरा होता जा रहा था। उसके सामने रखा चाय का कप ठंडा हो चुका था, जैसे उसकी ज़िन्दगी भी ठंडी पड़ … Continue reading निर्णय तो लेना ही पड़ेगा ,कब तक आत्मसम्मान खोकर जियोगी – आरती द्विवेदी : Moral Stories in Hindi
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed