नेकी** – रंजना बरियार

Post View 908 निशा की आँखों से अनवरत आँसू बहे जा रहे थे.. वो चुपचाप रोटी बेलती जा रही थी!अंकल के खाने का समय हो गया,वो डायबेटिक हैं उनके हर डायट का समय निर्धारित जो है। आंटी नाराज़ होंगी उन्हें समय पर खाना  नहीं मिलने पर! निशा वनिता आँटी के घर आया का काम करती … Continue reading नेकी** – रंजना बरियार