नेकी** – रंजना बरियार

Post Views: 39 निशा की आँखों से अनवरत आँसू बहे जा रहे थे.. वो चुपचाप रोटी बेलती जा रही थी!अंकल के खाने का समय हो गया,वो डायबेटिक हैं उनके हर डायट का समय निर्धारित जो है। आंटी नाराज़ होंगी उन्हें समय पर खाना  नहीं मिलने पर! निशा वनिता आँटी के घर आया का काम करती … Continue reading नेकी** – रंजना बरियार