नेकी का बदला – लतिका श्रीवास्तव
Post View 3,026 आकाश हतप्रभ था स्तब्ध था …विशाल का बेजान शरीर उसके समक्ष था कितना भरोसा था विशाल को अपने सिद्धांतों पर …हमेशा कहता था अच्छा करोगे तो अच्छा ही मिलेगा…अपने कर्तव्यों को निष्ठा से करोगे तो निष्ठा ही मिलेगी…समाज भ्रष्ट नहीं होता है कमी है भ्रष्ट लोगों के स्थान पर सदनियत लोगों के … Continue reading नेकी का बदला – लतिका श्रीवास्तव
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