नये, नये गुल खिलाती शहरी बहू। – सुषमा यादव
Post View 12,416 विमला के घर गांव में आज बहुत गहमागहमी मची थी। उसके बड़े बेटे अनिल की बारात जा रही थी,बहू बारहवीं तक पढ़ी थी, अनिल भी बी ए पास था, पर गांव में अभी इतनी पढ़ी,लिखी, सुंदर और शहरी बहू नहीं आई थी । बहू सुनीता का मायका तो गांव में ही था, … Continue reading नये, नये गुल खिलाती शहरी बहू। – सुषमा यादव
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