ननिहाल – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi
Post Views: 5 अपनी मां को मायके जाने की उत्सुकता में हड़बड़ाते देखकर सुषमा इस बार पूछ ही बैठी”मां,हर साल तो जाती हो नानी के घर।इतनी गर्मी में तीन-तीन ट्रेन बदलकर जाने में क्या तुक है हर साल?अबकी तुम अकेली ही जाना,मुझे नहीं जाना।”मां का खिला चेहरा पल भर में मुरझाकर पीला पड़ गया था … Continue reading ननिहाल – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi
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