ननद रानी अभी नासमझ है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

Post Views: 10 शुचि का स्वर थोड़ा तेज हो रहा था, वो अपनी गलती मानने को तैयार ही नहीं थी, आखिर घर की बेटी होकर कैसे घर की बहू से हार मान लें, बहू तो अभी कुछ महीनों पहले आई थी और वो तो यही जन्मी, पली बढ़ी, और इस घर में सालों से उसका … Continue reading ननद रानी अभी नासमझ है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi