नमक-मिर्च लगाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

Post View 240 उमा के मन-मस्तिष्क में विचित्र झंझावात द्वन्द मचाए हुए था।उसके अपनत्व का यह परिणाम हो सकता है,यह उसकी कल्पना से परे था।उमा के मन में यादों की धुॅंध गहराने लगी। अतीत बाढ़ के पानी की तरह हर हद को तोड़कर उसके दिलो-दिमाग पर हावी होने लगा।उमा और नीना का वर्षों पुरानी दोस्ती … Continue reading नमक-मिर्च लगाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi