नारी वस्तु नहीं होती – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

Post Views: 91 सुलोचना ताई सोच लो बेटी तो चली हीं गई अब कहीं ये दुधमुंही पोती भी !!!!  तुम इसको भी???  आंखों में बेशर्मी और लहजे में हरामीपन लिए गुड्डी का ज्येष्ठ जब सुलोचना ताई से बोला तो सुलोचना ने झट से पोती को सीने से लगा लिया। गुड्डी का ज्येष्ठ होंठों पर कलुषित … Continue reading  नारी वस्तु नहीं होती – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi