मुन्नी बाई – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

      इतना सा गोबर लिपने का कितना लेगी मुन्नी बाई…..?  200 पूरे ₹200 लूंगी ….. क्या ….200 …?    बाप रे ….बस इतना सा गोबर लिपने का 200 ….!     हां मालकिन दिवाली है ना ….साल में एक ही बार तो कमाने का मौका मिलता है ….अभी तो सभी लोग गोबर से जरूर लिपवायेगें… फिर बाद में तो … Continue reading मुन्नी बाई – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi