मुझे मेरे मायके जैसा ससुराल नहीं चाहिए… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post View 104 “ये क्या कर रही है बेटा रसोई में… चल जा मैं कुछ बना देती हूँ खाने के लिए नहीं तो बहू से कहती हूँ… तू हॉस्टल से आई है आराम करने रसोई के काम करने नहीं?” सुमिता जी राशि को रसोई में देख बोलीं. “ माँ वो भाभी के पैरों में बहुत … Continue reading मुझे मेरे मायके जैसा ससुराल नहीं चाहिए… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi