मिलन  – पुष्पा जोशी

Post Views: 4 ‘क्या बात है सरिता? पूरे तीन दिन हो गए हमारे विवाह को,मगर तुम पता नहीं,कहाँ खोई हो,तुम्हारा उदास चेहरा अच्छा नहीं लगता,यहाँ अगर किसी बात से तुम्हें परेशानी है,तो मुझे बताओ,जब तक नहीं बताओगी मुझे पता कैसे चलेगा ।भ‌ई मैं सागर हूँ, कोई भगवान तो नहीं जो घट-घट की जानते हैं।’ सागर … Continue reading मिलन  – पुष्पा जोशी