मेरी प्यारी ननद! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

Post View 1,061 वैसे तो हॉस्पिटल के बिस्तर पर नींद बहुत मुश्किल से आती थी लेकिन दवाईयोंसे कभी-कभार झपकी लग ही जाती थी। डनलोप की गादी, वातानुकूलित कमरा, गज़ब की शान्ति, सेवा में परिचारीकाएं फिर भी चैन कहाँ था?  थोडीसी झपकी लगी नहीं कि अवचेतन मन में अतीत की किताब के पन्ने फड़फड़ाने लगते और … Continue reading मेरी प्यारी ननद! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi