मेरी पसंद – मीनाक्षी चौहान

Post View 316 दोपहर को बेटे रोहन ने ऑफिस से फोन करके बता दिया कि शाम को वो अपनी खास दोस्त रीत को मुझ से मिलवाने घर ला रहा है। अच्छी तरह से समझ गई मैं ‘खास दोस्त’ और ‘मिलवाने’ का मतलब। एक-दो बार बेटे ने अपनी उस खास दोस्त से फोन पर बात भी … Continue reading मेरी पसंद – मीनाक्षी चौहान