मेरी गलती नहीं थी – चाँदनी झा : Moral Stories in Hindi

Post View 202 “सुमित ऐसा नहीं सोचते बेटा, टीचर, कभी भी अपने स्टूडेंट को आंखों से नहीं गिराते। वो तो बस हमारे नैतिक ज्ञान की कीमत को समझाने के लिए हमें दंडित करते हैं। ताकि हम दुबारा वो गलती नहीं करें। समझ सकें हम कि, गलती करने पर सजा मिलती है, पुरस्कार नहीं। ” “वो … Continue reading मेरी गलती नहीं थी – चाँदनी झा : Moral Stories in Hindi