मेरी बेटी अपनी खुशियों की बलि नहीं चढ़ाएगी –  मनीषा भरतीया

Post View 1,006 सिम्मी जब तू इतनी सी थी बस पैदा ही हुई थी….तब मैंने तुम्हें अपने हाथ में लेकर अपने आप से वादा किया था….कि मैं तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी करूंगी….जिस तरह मेरी खुशियों मुझसे छीन ली गई है मैं अपनी बेटी की खुशियों को किसी को छीनने नहीं दूंगी….. कभी बेटी ,कभी बहन, … Continue reading मेरी बेटी अपनी खुशियों की बलि नहीं चढ़ाएगी –  मनीषा भरतीया