मेरे बीमार होने से किसी को फ़र्क़ नहीं पड़ता है – करुणा मलिक : Moral stories in hindi
Post View 27,491 कुसुम, पंद्रह दिन बाद बुआ भात नोतने के लिए आ रही है । अच्छे से तैयारियाँ कर लेना । यही कोई तीस पैंतीस लोग होंगे। तीस पैंतीस……? इतने लोगों का , मैं कैसे करूँगी? पचास ही लोग होंगे कुल मिलाकर । घर के और पास पड़ोसियों को गिनकर । आपको तो पता … Continue reading मेरे बीमार होने से किसी को फ़र्क़ नहीं पड़ता है – करुणा मलिक : Moral stories in hindi
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