मेरा क्या कसूर  – रीता खरे

Post View 2,219  यौवन की दहलीज पर कदम रखते ही अनु भी सुन्दर सुन्दर सपने सजाने लगीं थी, वह भी किसी सुन्दर राजकुमार के आने की प्रतीक्षा करती, पर वह जानती थी कि मध्यम परिवार एवं साधारण रूप के आगे असाधारण गुण विफल हो जाते हैं ।       ग्रेजुएट होते होते उसकी कई सहेलियां प्रणय बंधन … Continue reading मेरा क्या कसूर  – रीता खरे