“मायके का एक कोना अपना सा” – रचना कंडवाल
Post View 2,189 “अरे कृतिका तुमने अपने रूम का क्या हाल बना रखा है?” सीमा कमरे में कदम रखते ही नाराज हो कर बोली। कृतिका सीमा और आलोक की सत्रह साल की बेटी है। जो इंजीनियरिंग की कोचिंग कर रही है। वो झुंझला गई। “मम्मा मुझे अलग-अलग बुक्स से पढ़ना पड़ता है। इसलिए इधर उधर … Continue reading “मायके का एक कोना अपना सा” – रचना कंडवाल
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed