मातृभूमि के लाल – आरती झा”आद्या”

Post Views: 3 सबका उत्साह देखते ही बन रहा था। एक दूसरे के साथ चुहलबाजी चल रही थी। छुट्टी तो घर के लिए सिर्फ सौरभ को मिली थी।  जब सही से दाढ़ी मूँछ भी नहीं आती है। माँ के आँचल में ही अपना आशियाना समझते हैं बच्चे, उस उम्र में पढ़ने की अदम्य लालसा होते … Continue reading  मातृभूमि के लाल – आरती झा”आद्या”