मातमपुर्सी – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

Post View 15,366  रात के 11 बज रहे थे। पत्नी और बच्चे सो चुके थे, मैं अभी भी अपने ऑफिस का काम कंप्यूटर पर चैक कर रहा था। काम करने के बाद कंप्यूटर बंद करने से पहले यह मेरी आदत ही थी कि मैं व्हाट्सएप पर मैसेज देखता था। अपनी सोसाइटी के वेलफेयर एसोसिएशन के … Continue reading मातमपुर्सी – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi