मार देंगे ठोंक देगे – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव 

कहानी उस  रोज मीटिंग में पंधारी आउट आफ कंट्रोल था। ‘‘कहिए तो साले को बाहर ठोंक देते है। सारी हेकडी निकल जाएगी।’’ उसके तेवर देखकर सारे स्टाफ मन ही मन हंसने लगे। सब जानते थे कि वह ऐसा कुछ करने वाला नही। विभागीय कार्यवाही में वह भी फंसा था लिहाजा साहब पर विश्वास जताने के … Continue reading मार देंगे ठोंक देगे – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव